Shri Hit Chacha Vrindavan Das Ji
श्री हित वृन्दावन दास जी का जन्म ब्रजधाम में हुआ था, वे राधावल्लभ संप्रदाय के परम परोपकारी शिष्य थे। दिव्य युगल रस में डूबे आचार्य हितवतंश रसवंशीय गोस्वामी श्री हरिलाल व्यास जी के सुपुत्र गोस्वामी श्री हित रूपलाल जी। चाचा वृन्दावन दास जी ने करुणा बेली, युगल स्नेह पत्रिका, श्री राधा रूप प्रताप बेली, श्री वृन्दावन जस प्रकाश बेली, आरत पत्रिका बेली, भक्ति प्रार्थना बेली, विवेक लक्षण बेली जैसी कई पदावली की रचना की।